महिलाओं पर सरकार मेहरबान:राजस्थान के चार जिलों में इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना लागू; गर्भवती को तीन किश्त में मिलेंगे 6 हजार
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की वर्चुअल लांचिंग करते हुए पोस्टर विमोचन भी किया। इसके तहत मातृत्व पोषण योजना में गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिले की महिलाओं को मिलेगी सहायता
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को चार जिलों की प्रसूता महिलाओं को बड़ी आर्थिक मदद करने की सौगात दी। गहलोत ने आज इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की वर्चुअल लांचिंग करते हुए पोस्टर विमोचन किया। इसके तहत मातृत्व पोषण योजना में गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाएगी।
जानकारी के अनुसार पहले फेज में यह योजना प्रदेश के चार आदिवासी बहुल जिलों में शुरु की गई है। इनमें उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ शामिल है। इस वर्चुअल समारोह में महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, मंत्री प्रमोद जैन भाया, मुख्य सचिव निरंजन आर्य सहित तमाम बड़े अफसर मौजूद रहे।
प्रसूता महिलाओं को 3 किश्तों में 6 हजार रुपए की आर्थिक सहायता
इंदिरा गांधी मातृत्व योजना के तहत तीन किश्तों में दी जाती है गर्भवती महिलाओं को नकद सहायता मिलेगी। इनमें पहली सहायता गर्भावस्था के रजिस्ट्रेशन के वक्त 1000 की पहली किश्त प्रदान की जाएगी। फिर गर्भावस्था के 6 महीने पूरे होने पर 2000 की दूसरी किश्त प्रदान की जाएगी। इसके बाद बच्चे के जन्म, टीकाकरण का पहला चरण पूरा होने पर 2000 की तीसरी किश्त सौंपी जाएगी। इसके अलावा जननी सुरक्षा योजना के तहत 1000 का अतिरिक्त लाभ भी प्रसव के दौरान दिया जाएगा।
इन चार जिलों में गर्भवती महिला और उसके बच्चों को मिलेगी सहायता
जानकारी के अनुसार उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिले में प्रसूता महिला और उसके बच्चे को पर्याप्त पोषण के लिए यह मदद दी जा रही है। इसके लिए आधार कार्ड या कोई पहचान संबंधी दस्तावेज जरुरी होगा या फिर बैंक खाते या पोस्ट ऑफिस खाते की पासबुक की फोटो कॉपी दिखानी होगी। इसके अलावा पीएचसी या सरकारी अस्पताल से जारी स्वास्थ्य कार्ड भी दिखाकर यह वित्तीय सहायता प्राप्त की जा सकती है।
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