भारतीय संविधान की अनुसूचियां और उनके विषय ✍🏻

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आपदा को बनाया अवसर:शादी में 100 से ज्यादा मेहमानों के आने पर पाबंदी, इसलिए मैरिज गार्डन में होंगे एक साथ दो से तीन आयोजन

 

                   कोरोना काल के बाद अब राजधानी में 25 नवंबर से शादियों की शुरूआत हो जाएगी- प्रतीकात्मक फोटो।

शहर में 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन शुरू होने जा रहा है। कोरोना काल के बाद ये पहला ऐसा मौका है, जब मैरिज गार्डनों में बैंड-बाजे और शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी। इससे पहले अप्रैल-मई में शादियां नहीं होने के कारण इस बार बड़ी संख्या में शादी समारोह शहर में होने है। मैरिज गार्डन कम और बुकिंग ज्यादा होने की स्थिति को देखते हुए मैरिज गार्डन संचालकों ने एक ही स्थान पर दो से तीन समारोह करने का स्पेस तैयार कर लिया है।

राजस्थान टेंट डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रवि जिंदल पदाधिकारी ने बताया कि जयपुर में करीब 850 से ज्यादा मैरिज गार्डन हैं। सभी बुक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि अप्रैल-मई में लॉकडाउन में जिन लोगों के विवाह समारोह नहीं हो सके थे, वह भी अब हो रहे हैं। इससे सभी मैरिज गार्डन, लॉन और होटल लगभग बुक हो चुके हैं।

उन्होंने अनुमान जताया है कि इन दो माह के सात सावों में पूरे शहर में लगभग 8 हजार से ज्यादा शादियां होने की उम्मीद है। इस बार शादी-समारोह बड़े स्तर पर न होकर छोटे स्तर पर हो रहे हैं। मेहमानों की पाबंदी को देखते हुए हमने जो विवाह स्थल 500, 1000 या उससे ज्यादा मेहमानों की क्षमता के हिसाब से बने हैं उनको एक से दो या तीन भागों में विभाजित कर दिया है। इससे विवाह समारोह आयोजक भी लाभ है और संचालक को भी।

शादी समारोह पर प्रशासन की रहेगी नजर
जिला प्रशासन अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यालय और अलग-अलग एसडीएम कार्यालयों पर पांच सौ से ज्यादा लोगों ने सूचना देने के लिए प्रार्थना पत्र दिए हैं। जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि कोविड नियमों के तहत सरकार ने विवाह आदि उत्सवों में 100 से अधिक लोगों के शामिल नहीं होने की गाइडलाइन जारी की है। समारोह में भी सामाजिक दूरी बनाने के साथ सभी लोगों को मास्क पहनना जरूरी होगा। इसके बाद भी अगर कोई गाइडलाइन की पालना नहीं करता मिला तो उसके खिलाफ 10 हजार रुपए जुर्माने लगाया जाएगा। एसडीएम दक्षिण शंकर लाल सैनी ने बताया कि हमारे यहां आने वाली सभी सूचनाओं को संबंधित थानों में भिजवाया जा रहा है। इसके अलावा हमारी तरफ से इंसीडेंट कमाण्डर के रूप में 15 आरएएस अफसरों की टीम भी उतारी है। ये अफसर किसी भी मैरिज गार्डन में रेंडमली जाकर जांच कर सकते हैं।

इस साल शादी के लिए 7 शुभ मुहूर्त
अधिकमास और चातुर्मास के कारण इस बार शादी और मांगलिक कार्यों का सीजन थोड़ा देरी से शुरू हुआ। 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी है और इसी दिन पहला अबूझ सावा है। इस साल दिसंबर तक शादी के लिए 7 शुभ मुहूर्त हैं। नवंबर महीने में 25, 27 व 30 तारीख के सावे हैं। इसके बाद अगले माह 1, 7, 9, 11 दिसंबर को हैं।

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